समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में कथित अनियमितताओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक पोस्ट साझा कर कहा, “अधिकार को मारने से बड़ा अधर्म कोई नहीं।”
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती-2023 को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो और मेरिट लिस्ट का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें ओबीसी श्रेणी के एक उम्मीदवार का नाम हाइलाइट किया गया है।
अखिलेश यादव ने इस पोस्ट के साथ लिखा, “अधिकार को मारने से बड़ा अधर्म कोई नहीं।” इस बयान से उन्होंने साफ इशारा किया कि यूपी सरकार की भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और ओबीसी उम्मीदवारों के साथ अन्याय किया जा रहा है।
भर्ती में गड़बड़ी के आरोप
इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर कई अभ्यर्थी पहले ही सवाल उठा चुके हैं। मेरिट लिस्ट में ओबीसी उम्मीदवारों की चयन सूची में विसंगतियां देखने को मिली हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है और आरक्षण के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
सरकार की चुप्पी पर सवाल
अब तक योगी सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह मामला राजनीतिक रूप से गरमा सकता है। विपक्ष इसे आगामी चुनावों के लिए बड़ा मुद्दा बना सकता है।
क्या सरकार इस भर्ती विवाद पर सफाई देगी या इसे भी अन्य विवादों की तरह अनदेखा किया जाएगा?