हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने भारत में राजनीतिक हलचल मचा दी है। ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने अमेरिका के साथ अपने व्यापार टैरिफ को कम करने पर सहमति जताई है। इस बयान के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार से जवाब मांगा है और पूछा है कि क्या यह निर्णय भारतीय किसानों और निर्माताओं के हितों के खिलाफ होगा?
ट्रंप के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उसने अमेरिका के साथ टैरिफ में कटौती को लेकर क्या सहमति बनाई है। उन्होंने मांग की कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में जवाब देना चाहिए, जब 10 मार्च से सत्र दोबारा शुरू होगा।
कांग्रेस का कहना है कि टैरिफ में कटौती से भारतीय कृषि और विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) क्षेत्र को नुकसान हो सकता है। इसलिए, सरकार को इन व्यापार वार्ताओं में पारदर्शिता रखनी चाहिए और देश को भरोसे में लेना चाहिए।
पियूष गोयल की अमेरिका यात्रा और व्यापार वार्ता
इस समय भारत के वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल वाशिंगटन डी.सी. में अमेरिकी अधिकारियों के साथ व्यापार वार्ताओं में व्यस्त हैं। इस बीच ट्रंप के इस बयान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि अगर भारत अमेरिका के दबाव में आकर टैरिफ घटाने को तैयार हो रहा है, तो इससे घरेलू उद्योगों पर बुरा असर पड़ सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप का भारत पर टैरिफ को लेकर पुराना रुख
यह पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के टैरिफ को लेकर बयान दिया हो। जब वे अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब भी उन्होंने भारत पर “मासिव टैरिफ” (भारी कर) लगाने का आरोप लगाया था। ट्रंप का मानना है कि भारत का टैरिफ सिस्टम अमेरिका के लिए नुकसानदेह है और इसे संतुलित करने के लिए “रेसिप्रोकल टैरिफ” (पारस्परिक कर) की नीति अपनानी चाहिए।
क्या कहती है मोदी सरकार?
अब तक, मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं। यह स्पष्ट होना चाहिए कि क्या वास्तव में भारत ने अमेरिका के साथ कोई नया व्यापार समझौता किया है और क्या यह भारतीय अर्थव्यवस्था के हित में होगा।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद भारत में राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस मोदी सरकार से जवाब मांग रही है कि क्या भारत ने अमेरिका के दबाव में आकर टैरिफ कम करने का वादा किया है? अगर ऐसा है, तो इसका असर भारतीय किसानों और उद्योगों पर क्या पड़ेगा? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिल सकते हैं। अब सबकी नजर मोदी सरकार की प्रतिक्रिया पर है।
क्या आपको लगता है कि भारत को अमेरिका के साथ अपने व्यापार टैरिफ कम करने चाहिए? कमेंट में अपनी राय बताएं!