“दोस्तों, क्रिकेट के मैदान पर हर दिन कोई न कोई नया रिकॉर्ड बनता है। लेकिन, जब बात ‘चैंपियंस ट्रॉफी’ की होती है, तो हर ‘कारनामा’ खास बन जाता है। और इस बार, न्यूजीलैंड के माइकल ब्रेसवेल ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसे देखकर हर क्रिकेट प्रेमी हैरान है।
बांग्लादेश के खिलाफ रावलपिंडी में खेले गए मुकाबले में ब्रेसवेल ने अपनी फिरकी का ऐसा ‘जाल’ बिछाया, जिसमें बांग्लादेशी बल्लेबाज पूरी तरह से फंस गए। 43 गेंदों में एक भी रन नहीं, और 4 विकेट! क्या यह ‘चैंपियंस ट्रॉफी’ के इतिहास का सबसे ‘अविश्वसनीय’ प्रदर्शन है?
चलिए, जानते हैं ब्रेसवेल के इस ‘जादुई’ स्पेल की पूरी कहानी।”
बांग्लादेश के खिलाफ न्यूजीलैंड के ऑफ स्पिनर माइकल ब्रेसवेल ने एक ऐसा कारनामा किया है जो सभी फैंस को अचरज में डाल देगा। ब्रेसवेल ने बांग्लादेश के खिलाफ 4 विकेट झटके। न्यूजीलैंड की टीम चैंपियंस ट्रॉफी में रंग में नजर आ रही है।
बांग्लादेश के खिलाफ रावलपिंडी में खेले जा रहे मुकाबले में कीवी टीम ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को बांधकर रख दिया। बांग्लादेश को सबसे ज्यादा चोट न्यूजीलैंड के ऑफ स्पिनर माइकल ब्रेसवेल ने पहुंचाई. दाएं हाथ के इस स्पिनर ने बांग्लादेश के खिलाफ 10 ओवर में 26 रन देकर 4 विकेट लिए।
ब्रेसवेल का इकॉनमी रेट सिर्फ 2.6 रन प्रति ओवर रहा। बड़ी बात ये है कि ब्रेसवेल ने अपने 10 ओवर में 43 गेंदों में एक भी रन नहीं दिया, मतलब उन्होंने इतनी डॉट गेंदें फेंकी, जो कि एक रिकॉर्ड है।माइकल ब्रेसवेल ने रावलपिंडी में 43 डॉट गेंद फेंक एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
अपने करियर में पहली बार उन्होंने वनडे में इतनी डॉट गेंद फेंकी है, साथ ही ये उनके वनडे करियर का बेस्ट प्रदर्शन भी है। चैंपियंस ट्रॉफी के एक मैच में पूर्व कीवी कप्तान डैनियल विटोरी ने 53 और 43 डॉट गेंद फेंकी है, ये कारनामा उन्होंने 2004 और 2013 में किया था अब ब्रेसवेल ने 12 साल के बाद इतना कमाल प्रदर्शन किया है।
माइकल ब्रेसवेल कमाल की फॉर्म में चल रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान में हुई ट्राई सीरीज में भी उन्होंने मेजबान टीम को बांधते हुए 43 डॉट गेंद फेंकी थी। 34 साल का ये खिलाड़ी काफी समय से कीवी टीम से बाहर था लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अचानक उन्हें टीम में जगह मिली और उन्होंने सेलेक्टर्स के भरोसे को जीत भी लिया है।
ब्रेसवेल के वनडे रिकॉर्ड की बात करें तो ये खिलाड़ी 28 मैचों में 31 विकेट चटका चुका है। यही नहीं ब्रेसवेल ने वनडे में 39 से ज्यादा की औसत से 590 रन भी बनाए हैं।
“तो दोस्तों, माइकल ब्रेसवेल ने अपने इस ‘जादुई’ स्पेल से यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है। उनकी यह ‘शानदार’ परफॉर्मेंस न केवल न्यूजीलैंड के लिए, बल्कि हर क्रिकेट प्रेमी के लिए एक यादगार लम्हा बन गई है।
ब्रेसवेल का यह ‘कारनामा’ हमें यह भी सिखाता है कि कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। अब देखना यह है कि ‘चैंपियंस ट्रॉफी’ में ब्रेसवेल आगे और क्या ‘धमाल’ मचाते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि वह अपनी इस ‘शानदार’ फॉर्म को जारी रखेंगे, और हमें ऐसे ही ‘रोमांचक’ पल देते रहेंगे।”