“गिर के जंगल में मोदी जी की सफारी – जब शेरों से हुई मुलाकात!”

“जब मोदी जी ने गिर के जंगलों में किया शेरों का दीदार!”

सोचिए, आप घने जंगलों के बीच सफारी पर हैं, और अचानक सामने एक शानदार एशियाई शेर आकर खड़ा हो जाता है! रोमांच और रोमांचक एहसास से भरा ऐसा ही एक पल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज महसूस किया, जब उन्होंने गिर नेशनल पार्क में सफारी की।

PM Modi During his gir visit

गिर – शेरों का अभयारण्य

गिर जंगल, जो दुनिया में एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास स्थान है, भारत की वन्यजीव धरोहर का गौरव है। कुछ दशक पहले यहां के शेर विलुप्ति की कगार पर थे, लेकिन आज ये संख्या लगातार बढ़ रही है। मोदी जी ने खुद इस क्षेत्र के लिए कई संरक्षण योजनाएं लागू की थीं, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

शेरों की बढ़ती संख्या – सफलता की कहानी

क्या आप जानते हैं कि गिर में शेरों की संख्या 2000 के दशक में सिर्फ 300 के आसपास थी, लेकिन अब यह 600 से ज्यादा हो गई है? यह दर्शाता है कि सही संरक्षण और स्थानीय समुदायों की भागीदारी से विलुप्त होते वन्यजीवों को बचाया जा सकता है।

आदिवासी और महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका

मोदी जी ने खासतौर पर आदिवासी समुदायों और स्थानीय महिलाओं की भूमिका को सराहा, जिन्होंने गिर के जंगलों को संजोने में मदद की।

आदिवासी समुदाय जंगलों के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखते हैं और शेरों को नुकसान नहीं पहुंचाते।

महिलाएं वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

गिर सफारी – रोमांच और सीख दोनों!



गिर की सफारी सिर्फ जंगल घूमने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमें प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व का महत्व भी सिखाती है। प्रधानमंत्री मोदी जी की यह यात्रा हमें याद दिलाती है कि अगर हम प्रकृति की रक्षा करेंगे, तो प्रकृति हमारी रक्षा करेगी।

क्या आप गिर की सफारी करना चाहेंगे?

अगर आपको वन्यजीवों से प्यार है और आप कभी एशियाई शेरों को करीब से देखना चाहते हैं, तो गिर नेशनल पार्क आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है!

क्या आपने कभी गिर सफारी की है? अपने अनुभव हमें कमेंट में जरूर बताएं!

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