परिचय
कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) में 2.16 करोड़ ऑटो-क्लेम का निपटान किया है, जो पिछले वर्ष 2023-24 में 89.52 लाख था। यह उपलब्धि EPFO की डिजिटलाइजेशन और त्वरित सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
EPFO की प्रमुख उपलब्धियाँ
- तीन दिनों में क्लेम प्रोसेसिंग: ऑटो-मोड में क्लेम्स को तीन दिनों के भीतर प्रोसेस किया जाता है।
- ऑटो-मोड प्रोसेसिंग के लिए राशि सीमा बढ़ाई गई: अग्रिम क्लेम्स की ऑटो-मोड प्रोसेसिंग के लिए राशि सीमा ₹1 लाख तक बढ़ाई गई है।
- विस्तारित ऑटो-मोड प्रोसेसिंग: अब बीमारी/अस्पताल में भर्ती के अलावा, आवास, शिक्षा और विवाह के लिए भी अग्रिम क्लेम्स ऑटो-मोड में प्रोसेस किए जा रहे हैं। वर्तमान में, 60% अग्रिम क्लेम्स ऑटो-मोड में प्रोसेस होते हैं।
- सदस्य विवरण सुधार प्रक्रिया सरल बनाई गई: आधार-सत्यापित UAN वाले सदस्य स्वयं अपने आईडी में सुधार कर सकते हैं, बिना EPFO के हस्तक्षेप के। वर्तमान में, लगभग 96% सुधार बिना किसी EPF कार्यालय हस्तक्षेप के किए जा रहे हैं।
- ऑनलाइन क्लेम्स में वृद्धि: अब 99.31% क्लेम्स ऑनलाइन मोड में प्राप्त होते हैं, जिससे फील्ड ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं होती। 6 मार्च 2025 तक, 2024-25 में 7.14 करोड़ क्लेम्स ऑनलाइन मोड में दायर किए गए हैं।
- ट्रांसफर क्लेम्स में नियोक्ता प्रमाणीकरण की आवश्यकता कम की गई: आधार-सत्यापित UANs के ट्रांसफर क्लेम्स में नियोक्ता के प्रमाणीकरण की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है। अब केवल 10% ट्रांसफर क्लेम्स में सदस्य और नियोक्ता के प्रमाणीकरण की आवश्यकता होती है।
- खातों को डि-लिंक करने की सुविधा: EPFO ने उन सदस्यों के लिए डि-लिंकिंग सुविधा प्रदान की है, जिनके EPF खाते गलती से या धोखाधड़ी से संस्थानों द्वारा लिंक किए गए हैं। 18 जनवरी 2025 से शुरू हुई इस सुविधा के तहत फरवरी 2025 के अंत तक 55,000 से अधिक सदस्यों ने अपने खातों को डि-लिंक किया है।
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